Pages

Saturday, April 7, 2012

मुँहसँ बोल :: जगदीश मण्‍डल

गीत

मुँहसँ बोल कन्ना कऽ फुटतै
दरदसँ दुखाइ छै
टीससँ टि‍सकै छै छाती
लहि‍-लहि‍ लटुआएल छै
मुँहसँ बोल कन्ना....।
     
आशाक सभ आशा मेटलै
बाटे सभ धेराएल छै
ककरो कहने कि‍छु ने भेटत
अपने बेथे बेथाएल छै
मुँहसँ बोल कन्ना....।

चोटसँ चोटाएल छै मन
ढहि‍-ढहि‍ कऽ ढनमनाइ छै
तैयो हँसि‍-हँसि‍ नाचए-गाबए
राति‍-दि‍न बड़बड़ाइ छै
मुँहसँ बोल कन्ना....।
  (())

No comments:

Post a Comment