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Saturday, April 7, 2012

परि‍वार नि‍योजन :: राजेश मोहन झा ''गुंजन''


परि‍वार नि‍योजन

छोटका नेना बड़का नेना
एतेक नेनाक कोन प्रयोजन?
समाजक समस्‍या जकड़ि‍ रहल
बि‍नु सफल परि‍वार नि‍योजन
टुनि‍या मुनि‍या गुड़कि‍ रहल छै
एकटा बौआ फुदकि‍ रहल छै
फुदनी फुद-फुद फुदकि‍ रहल छै
बलचनमा दही सुड़कि‍ रहल छै
फुलमति‍या माइक मति‍ अछि‍ मारल
कहथि‍ भगवान हमर कपाड़केँ जाड़ल
कहलौं हम अहाँ देब ने दोषू
आबहुँ रूकि‍ जाउ एकरा सोचू
ऐ बि‍च टुनमा टाँग तोड़ौलक
जखने लोड़ही मॉथ उठौलक
केहेन अकि‍लपर पड़ल छै पाथर
सातसँ की बढ़ाएब सत्तर
जखने हाथे बाढ़नि‍ देखलौं
लत्ते-फत्ते दलान पड़ेलौं
पकड़ि‍ कान नै देब सजेसन

बढ़बए दि‍औ एहि‍ना, पोपुलेशन।

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