मीत यौ, अपने पाछू......
अपने पाछू बौआइत रहै छी
मीत यौ, अपने पाछू बौआइत रहै छी।
दिन-राति ढहनाइत रहै छी
राति-दिन गनहाइत रहै छी
अपने पाछू बौआइत रहै छी
मीत यौ......।
पछुआ बनि पछुआर पहुँचिते
पेट-पीठ, पाँजर देखै छी
हड्डी छाती छिटैक-सिसैक
पखुड़ा
बनि सूर-तान भरै छी
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