मैथिली कविता
मैथिली पद्य -मैथिली कविता विदेह पेटारसँ
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Tuesday, April 10, 2012
कमलाधार :: जगदीश मण्डल
कमलाधार
कमल-नयनसँ उगैत अश्रुकण
संग मिलि धार बनल छी।
समरस भऽ रंग-रूप बिसरि
नयन-कमल बनल छी।
काटि-खोंटि एकबट्ट केनिहारि
करत उकठपन काम।
सभ मिलि सोचि-विचारि कऽ
जपलौं कमला नाम।
))((
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