गीत
बुधिये बाट बौएलौं हे बहिना
बुधिये बाट बौरेलौं हे
आड़ि-धुड़ छेकने छै धरती
नै छेकने अकास हे
उड़िते उड़ि ओतए उड़ि गेलौं
कहाँ भेटए रणवास हे
बुधिये बाट बौएलौं हे बहिना
बुधिये बाट बौरेलौं हे
देस-दुनियाँक रंग-रूप देखि
अपनो रूप निखारितौं हे
अगम-अथाह पड़ल हे बहिना
जिबैक नै विश्वास हे
बुधिये बाट बौएलौं हे बहिना
बुधिये बाट बौरेलौं हे..।
))((
(श्री धीरेन्द्र प्रेमर्षिजी लेल..)
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