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Tuesday, April 10, 2012

हिमांशु चौधरी - बाल गीत


कुतकुतामे जितलहुँ तँ गोटरसमे ओसरा गेलहुँ
गोटी देखिदेखि चकित छी, की करु चकरा गेलहुँ

आस रखने छी जितैत जाइ झिझिरकोनामे घेरा जाइत छी
आसपास कहैतकहैत धप्पाो कहए ले बिसरा जाइत छी
कट्टी करु ककरासँ झुला झुलैत ओझरा गेलहुँ

एक सलाइ, दु सलाइ तेसर बेरमे चोन्हरा जाइत छी
पानिपानि कहैतकहैत अंगनेमे ओंघरा जाइत छी
माछमाछ बेंग कहए काल, अंगुरी मोड़एमे गड़बड़ा गेलहुँ
कौड़ी तासमे पाइ हारने मन्हुआ जाइ छी
तीरधनमी चलबैत काल सङीएकेँ आखि फोड़ि देलहुँ

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